----------------------------------------------------------------------
पिछले 60 वर्षों से हिंदी पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय रहते हुए आप 40 वर्षों से लगातार प्रकाशित हो रहे युग सागर के प्रबंधक संपादक का पद संभाल रहे हैं संघ के अध्यक्ष अमन दुबे वरिष्ठ पत्रकार प्रीतम कुमार त्यागी का सम्मान करते हुए महाराष्ट्र के राज्यपाल महामहिम भगत सिंह कोशियारी तथा महामंत्री विजय सिंह कौशिक
----------------------------------------------------------------------
हिंदी के विकास में गैर हिंदी भाषियों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है हिंदी को राजभाषा बनाने के लिए देश के संसद में अनुच्छेद 370 हटाने के लिए कोई विधेयक लाने की जरूरत नहीं है पूरे देश की संपर्क भाषा है यह बात राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने कहीं आपको बता दें कि राज्यपाल विश्व हिंदी दिवस के अवसर पर मुंबई हिंदी पत्रकार संघ की तरफ से आयोजित समारोह में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे उन्होंने कहा कि आज पूरी दुनिया में हिंदी बोली जा रही है हमें भी हिंदी बोलने में शर्म आने की कोई जरूरत नहीं मुंबई विश्वविद्यालय में आयोजित समारोह में संबोधित करते हुए कोश्यारी ने कहा कि महात्मा गांधी जी गुजराती भाषा थे और उन्होंने हिंदी के विकास के बहुत कार्य किए उन्होंने कहा कि कहा कि गुजरात के रहने वाली स्वामी दयानंद मथुरा में रहे और हिंदी के लिए कार्य किया फिर कहा कि हिंदी के पत्रकारों को हिंदी बोलने में ही भावना नहीं महसूस करनी चाहिए आज दुनिया हिंदी जानती समझती है गैर हिंदी भाषियों ने भी हिंदी के लिए विकास में अहम योगदान दिया है हिंदी किसी भी व्यक्ति पर थोपी नहीं जा सकती है राज्यपाल ने अपनी बात को जारी रखते हुए । आगे कहा कि हिंदी पत्रकारिता की शुरुआत गैर हिंदी भाषा क्षेत्र कोलकाता से शुरू ही हुई थी मूल रूप से महाराष्ट्र के रहने वाले बाबू विष्णु पराड़कर हिंदी के बड़े संपादक रहे उन्होंने कहा कि हिंदी पत्रकारों को हिंदी भाषा को लेकर हीन भावना नहीं पालनी चाहिए आज भी हिंदी अखबारों के पाठक और हिंदी समाचार चैनल के दर्शकों की संख्या बहुत ज्यादा है कोश्यारी ने कहा कि मैंने 1964 में हिंदी से m.a. किया था किसी अंग्रेजी स्कूल कॉलेज में जाता हूं और हिंदी में बात करता हूं तो वहां के छात्र बहुत खुश हो जाते हैं राज्यपाल ने कहा कि हिंदी भाषा नेपाल बांग्लादेश पाकिस्तान और विशेष तक पहुंच गई है इसमें सबसे बड़ा योगदान हिंदी फिल्मों का है । पाकिस्तान सहित कई देश आज हिंदी बोल रहे हैं लेकिन हमें हिंदी बोलने में शर्म आ रही है इस दौरान राज्यपाल ने वरिष्ठ पत्रकार प्रितमसिंह त्यागी अश्विनी मिश्र अभिलाष अवस्थी आदि को हिंदी सेवा सम्मान प्रदान किया ।
कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रुप में पधारे पूर्व गृहमंत्री कृपाशंकर ने मंच पर कहा कि दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि इस देश की भाषा के लिए हिंदी पखवाड़े बनाना पड़ता है। इस कार्यक्रम का संचालन अभय मिश्रा ने किया और हरगोविंद विश्वकर्मा ने अतिथि का आभार व्यक्त कि