भिवंडी: मानसून के समय शहर को डूबने से बचाने हेतु भिवंडी मनपा हर वर्ष करोड़ों रुपये खर्च करती आ रही है। बावजूद मानसून के समय शहर में जलजमाव की समस्या बनी रहती है। जिसके कारण भिवंडी के समाजसेवक परसूराम पाल ने मनपा अधिकारी तथा ठेकेदारों की सांठगांठ होने तथा भ्रष्ट्राचार का आरोप लगाते हुए पिछले तीन वर्षों से ठेकेदारों द्वारा गटर व नाला सफाई कार्य की जानकारी मनपा से पत्र के माध्यम से मांगा है। परंतु उन्हें मनपा से असंतुष्टजनक जानकारी प्राप्त हुई है। जिसे साझा करने हेतु आज उन्होंने वंजार पट्टी नाका स्थित वरिष्ट नेता तुफैल फारूकी के कार्यालय पर एक पत्रकार परिषद का आयोजन किया, जहां उन्होंने पहले पत्रकारों को बारिश से बचने हेतु रेनकोट वितरित कर उन्हें सम्मानित किया। जिसके बाद उन्होंने बताया कि मनपा हर वर्ष करोड़ों रूपये खर्च कर शहर को डूबने से नहीं बचा पाती है। पाल ने गटर व नाला सफाई कार्य में भारी भ्रष्ट्राचार का आरोप लगाते हुए वर्ष 2023 से नाला सफाई की जानकारी मांगी थी। जिसके लिए उन्होंने धरनांदोलन भी किया। आरोप है कि मनपा के अधिकारियों ने बिना निरीक्षण किए उन्हें 91 प्रतिशत सफाई होने की जानकारी दे रहे है। जब इस वर्ष उन्होंने मनपा से जवाब मांगा कि यदि शहर में जलजमाव की समस्या हुई और नागरिकों का नुकसान होता है तो उसका जिम्मेदार कौन होगा, इस पर मनपा ने हाथ ऊपर उठते हुए लिखित रूप से उत्तर दिया कि पानी भर सकता है। इस तरह का असंतुष्ट उत्तर मिलने से नाराज समाजसेवक परसूराम पाल ने अब हाई कोर्ड में याचिका दायर करने की चेतावनी दी है।
जानकारी मांगी आम की तो दे दिया इमली की! समाजसेवक परशुूराम पाल
नाला सफाई के बाद मनपा की अनोखी भव